Janmashtami 2024 में भक्तों के लिए जन्माष्टमी 28 अगस्त को मनाया जाएगा। का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को समर्पित है, जिसे श्रद्धालु उनकी भक्ति के माध्यम से मनाते हैं। यह व्रत भक्तों के लिए भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है।व्रत के विभिन्न प्रकार हैं, जिनमें से निर्जला पर्व सबसे कठिन है, जिसमें भक्त पूरे दिन जल का भी सेवन नहीं करते। इस प्रकार के व्रत को बहुत से भक्त अपनाते हैं।
नियमित व्रत में केवल फल और दूध का सेवन किया जाता है, और यह व्रत भक्तों के बीच काफी प्रचलित है।
व्रत के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है; व्रति को स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए, साफ कपड़े पहनने चाहिए और नियमित स्नान करना चाहिए।
भक्त व्रत के समय भगवान कृष्ण के मंत्रों का जाप करते हैं, जैसे "जय श्री कृष्ण", "गोपाल माला", और "कृष्णस्तु भगवान् जगत्"। इस दिन भक्त भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं, जो मंदिरों में विशेष रूप से आयोजित की जाती है।
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